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नीलगाय के आतंक से किसान परेशान,दिन रात खेत पर रहकर अपनी फसल की करना पड़ रही सुरक्षा 

नीमच। मालवांचल के सिमान्त जिले नीमच मे नीलगाय के आंतक से किसान खासे परेशान है नीलगाय झुंड के झुंड मे आकर किसानो की फसलो को भारी नुकसान पहुंचा रही है जिसे लेकर कई बार किसानो ने शिकायते की लेकिन अब तक कोई हल नही निकला। इन दिनों किसान ने अपने खेतो में चना, गेहूं, लहसुन ओर अफीम की फसल बो रखी है किसानो को अपनी फसल का ध्यान रखने के लिए ठण्ड के दिनों में दिन रात अपने खेतो पर ही रहना पड़ रहा है। पहले ही किसानो को अपनी फसल का उचित दाम नहीं मिलने से किसान निराश है,तो वही इस बार जिले में अधिक वर्षा के चलते किसानों की फसलों में नुकसान हुआ है। ऊपर से किसान नीलगाय (रोजड़े) की एक बड़ी समस्या से झुज रहा है। किसानो का कहना है की नीलगाय खेतो में झुण्ड के रूप में आती है और फसलों को खाकर लोट लगाती है। जिससे फैसले पूरी तरह खराब हो जाती है।इस के लिए किसान को दिन रात खेतो पर ही अपनी फसल की रखवाली करना पड़ रही है साथ ही नीलगाय से बाचव के लिए कुछ किसानो ने अपने खेतो पर तार फैंसिंग भी करवाई है। किसान का कहना यह भी कहना है कई बार वन विभाग के अधिकारियो को भी निलगाय की समस्या से अवगत करवा दिया है मगर अब तक समास्या का कोई हल नहीं निकल पाया है। आयुक्त मामले में कृषि विभाग के अधिकारी डॉ यतिन मेहता ने बताया कि नीलगाय की एक स्थाई समस्या जिले में बनी हुई है जिसका निराकरण मल्टीपल डिपार्टमेंट मिलकर हल करेंगे इससे बचाव के लिए किसानों को खेतों के चारों ओर तार फेंसिंग के अतिरिक्त कुछ और उपाय भी है जिसमें फिनाइल दीपक में रखकर खेत के अलग-अलग हिस्सों में रख दी जाए तो उसकी गंध से नीलगाय खेतों में प्रवेश नहीं करती, फिनाइल की गोलियां कपड़े में बांधकर खेत के चारों तरफ टांग दी जाए तो उसकी गंध हवा में मिलने से भी नीलगाय खेतों में नहीं आती है इस तरह के लोकल उपाय अपनाकर किसान नीलगाय से अपनी फसलों को बचा सकते हैं।

 

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