नीमच। अपनी मांगों के निराकरण को लेकर चिकित्सा महासंघ के आवाहन पर मध्य प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ शाखा नीमच के चिकित्सक प्रदेश के साथ-साथ नीमच में भी क्रमिक आंदोलन कर रहे है जिसके तहत चिकित्सको ने 1 मई सोमवार को काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया।वही 2 मई को ओपीडी बंद रखकर उसका बहिष्कार किया गया।और फिर भी मांगे पूर्ण नहीं होगी तो 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।डॉ प्रवीण पांचाल ने जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सकों के लिए डीएसीपी योजना हेतु गठित उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट को यथा लागू की जाए, शासकीय स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय पहले प्रदेश के 10 हजार चिकित्सकों ने अपनी कई वर्षों से लंबित मांगों को लेकर 17 फरवरी 2023 को प्रदेश व्यापी आंदोलन किया था जिसमें मुख्यमंत्री के निर्देश एवं आश्वासन पर जनहित में हड़ताल स्थगित की गई थी। 2 माह बीत जाने के बाद भी शासन स्तर पर हमारी मांगों को लेकर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।आदेश ना निकलने की दशा में प्रदेश के सभी 10 हजार चिकित्सक पूर्व में मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार स्थगित आंदोलन को 1 मई से पुनः प्रारंभ कर दिनांक 3 मई से अनिश्चितकालीन चिकित्सीय कार्य बंद आंदोलन पर रहेंगे है। वही अब मध्य प्रदेश चिकित्सा संघ के समर्थन में ग्रामीण बंधपत्र चिकित्सक भी मैदान में उतरे हैं और उनकी मांग ग्रामीण बंधपत्र चिकित्सा यूजीपीजी के वेतनमान में पिछले 4 सालों से नहीं हुई बढ़ोतरी की मांग को लेकर 3 मई से चिकित्सा महासंघ के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं जिसको लेकर उन्होंने अपना एक मांग पत्र डायरेक्टर ऑफ हेल्थ सर्विस भोपाल के नाम मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएल बघेल को सोपा है। इस दौरान दौरान डॉ प्रवीण पांचाल डॉ मनीष यादव कार्यकारिणी सदस्य डॉ संगीता भारती डॉ निरुपमा झा डॉ आशीष जोशी सहित अन्य चिकित्सक, डॉक्टर योगेंद्र धाकड़ डॉक्टर लाल धाकड़ डॉक्टर सुजल गुप्ता डॉ शक्ति बाला शर्मा सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।