सिंगोली(निखिल रजनाती)। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 1400 एमबीबीएस चिकित्सक संविदा चिकित्सक के रूप में सेवारत है जो कि निरंतर अपनी सेवाएं शासन को दे रहे है,प्रांतीय संविदा मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अंतर्गत कार्यरत समस्त संविदा चिकित्सक ने अपनी मांगे प्रस्तुत करते हुए बताया कि प्राथमिकता के आधार पर सभी संविदा चिकित्सक को नियमित किया जावे एवं वर्तमान में जारी एमपीपीएससी विज्ञप्ति विज्ञापन क्रमांक 14/2022/30/12/2022 में किसी भी प्रकार की प्रतिशत परिधि लागू न करते हुए पूर्व में विज्ञापन क्रमांक 4/2021 14.06.2021 किया गया था जिसके चलते 807 चिकित्सकों को श्रेणीबद्ध प्रतिशत के आधार के तहत उम्मीदवारी निरस्त कर दी गई थी जिससे सभी संविदा चिकित्सकों को काफी नुकसान उठाने के साथ साथ आज भी संविदा स्तर पर सेवाएं प्रदान करना पड़ रही है।वर्तमान में कार्यरत संविदा चिकित्सक को चिकित्सकीय सेवाओं के कार्यकाल अनुरूप साक्षात्कार अथवा परीक्षा में वरीयता प्रदान की जावे जिससे कि समस्त संविदा चिकित्सक अपने पूर्ण सम्मान के साथ शासन को अपनी सेवाएं प्रदान कर सके।राज्य में कार्यरत समस्त संविदा चिकित्सक की वर्ष 2019 की आज दिनांक अप्रैल 2023 तक किसी भी प्रकार से वेतन में कोई इंक्रीमेंट संलग्न नहीं किया गया जिसे संलग्न करते हुए पूर्व के लंबित भुगतान को एरियर के रूप में भुगतान किया जाए एवं डीए के अनुरूप वृद्धि की जावे। संविदा चिकित्सक के नियमित किए जाने तक सभी संविदा चिकित्सकों को नियमित चिकित्सकों की भांति आकस्मिक सेवा भत्ते,पोस्टमार्टम सेवा भत्ते, ईएल,सीएल आदि सुविधाएं प्रदान करते हुए नियमित चिकित्सकों के समकक्ष ही ग्रामीण भत्ता,व्यवसायिक दक्षता अवरोध क्षतिपूर्ण भत्ता आदि उपलब्ध कराया जावे।साथ ही वर्तमान में राज्य में कार्यरत समस्त संविदा चिकित्सक को अपनी प्रथम नियुक्ति के आधार पर ही वरीयता प्रदान की जावे। इस विषय को लेकर सिंगोली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डा. इतेश व्यास ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में चल रही चिकित्सकों की हड़ताल का पूर्ण रूप से समर्थन करते हुए सिंगोली में पदस्थ तीनों डा.भी हड़ताल पर हैं।सिंगोली के चिकित्सकों द्वारा 1 मई को काली पट्टी बांध कर मरीजों का इलाज किया गया,2 मई को 11 बजे से 1 बजे तक ओपीडी बंद रखी गई एवं मध्यप्रदेश शासकीय चिकित्स्क महासंघ के निर्देशानुसार 3 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल रहेगी।