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आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

नीमच। वेतन वृद्धि, सेवानिवृत्ति लाभ एवं ग्रेजुएटी,दुर्घटना में मृत्यु उपरांत कार्यकर्ताओं के आश्रितों  को मुआवजा सहित 12 सूत्रीय मांगों के निराकरण को लेकर गुरुवार को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन द्वारा प्रदेश व्यापी प्रदर्शन किया गया। जिसको लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन ने मुख्यमंत्री एवं महिला बाल विकास आयुक्त के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि तहसीलदार यशपाल मुजाल्दे को सौंपा जिसमें बताया गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और जब तक दर्जा नहीं दिया जाता तब तक न्यूनतम वेतन 26 हजार रु किया जाए। कार्यकर्ताओं के मानदेय 1500 रुपए सहायिका के मानदेय 750 एवं मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय से 1250 रु काटी गई राशि का एरियर सहित भुगतान किया जाए। वर्ष 2018 के बाद बड़ी महंगाई के आधार पर मानदेय में न्याय संगत वृद्धि की जाए। पर्यवेक्षकों के रिक्त पदों पर 100%भर्ती कार्यकर्ताओं से की जाए। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 24 अप्रैल 2022 को जारी आदेश का पालन करते हुए सेवानिवृत्ति सभी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को ग्रेजुएटी का भुगतान किया जाए। जिन आंगनवाड़ी कर्मियों को मोबाइल रिचार्ज की राशि पिछले 6 माह से नहीं दी गई है उन्हें तत्काल राशि प्रदान की जाए। प्रत्येक माह में 1 से 5 तारीख के बीच मानदेय का नियमित रूप से भुगतान किया जाए। जेसी मांगे शामिल की गई थी।

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