नीमच। जिले के ग्राम ग्वाल देवियां में गांव के ही निवासी व्यक्ति द्वारा दमामी समाज की शमशान भूमि को अपनी बताकर उसे गुर्जर समाज के व्यक्ति को बेच दिया और इस खेल में सरपंच द्वरा भी रातोरात श्मशान भूमि को पड़त भूमि बनाने के आरोप लगे है यही नही अब उस भूमि पर गुर्जर समाज के व्यक्ति द्वारा कब्जा कर लिया गया है। मामले में बुधवार को दमामी समाज के लोग समाजवादी पार्टी के सदस्य के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने उनकी समाज की शमशान भूमि से मीणा व गुर्जर समाज के लोगों का कब्जा हटाने की मांग को लेकर एक शिकायत पत्र सौंपा है जिसमें बताया की वे सभी दमामी समाज के होकर ग्राम ग्वाल देवियां के निवासी हैं गांव में दमामी समाज के श्मशान भूमि स्थित है जिस पर दमामी समाज विगत लंबे समय से अपने धर्म के अनुसार मृत्यु उपरांत क्रिया कर्म करता आ रहा है किंतु उक्त भूमि के समीप भील समाज के व्यक्ति की कृषि भूमि होने के कारण उसके द्वारा शमशान भूमि को भी अपनी बताकर गोपाल गुर्जर नामक व्यक्ति को बेच दी। जापान में सरपंच पर भी आरोप लगाए हैं समाज के लोगों ने ज्ञापन में बताया कि सरपंच द्वारा उक्त भूमि के संदर्भ में मिलीभगत की गई है तथा मध्य रात्रि में ही जेसीबी के माध्यम से उक्त भूमि पर से शमशान हटाकर पड़त भूमि में तब्दील कर दिया गया। दमामी समाज की शमशान भूमि करीब 1 बीघा है इस कारण तथाकथित लोगों द्वारा अपने स्वयं के निजी फायदे के लिए शमशान की भूमि को खुर्दबुर्द किया गया है उक्त भूमि पर मीणा समाज के लोगों द्वारा भी रोड़ी डालकर कब्जा कर रखा है। जब दमामी समाज के लोगों द्वारा उक्त बात का विरोध किया गया तो वह लोग लड़ाई झगड़े पर आमादा हो गए और जान से मारने झोपड़ियों में आग लगाने की धमकी दी गई है। दिए गए आवेदन में मांग की गई है कि दमामी समाज के उक्त शमशान भूमि को कब्जा धारी से मुक्त करा कर पुनः शमशान बनाकर दमामी समाज को दिलाया जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान दमामी समाज के मदनलाल दमामी भेरूलाल दमामी अनिल दमामी सोनबाई दमामी रामचंद्र दमामी शिवलाल दमामी बाबूलाल दमामी सहित अन्य मौजूद रहे