नीमच। शासन लगातार टेक्निकल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए हर जिले में आईटीआई की संख्या बढ़ा रहा है लेकिन आईटीआई में कार्यरत मेहमान प्रवक्ताओं की सालों से लंबित समस्याओं पर बिल्कुल भी ध्यान नही दिया जा रहा है। जिससे प्रभावित होकर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में नियमित पद के विरुद्ध मानदेय पर कार्यरत मेहमान प्रवक्ता अब अपनी मांगों को लेकर मुखर हो गए है. मेहमान प्रवक्ताओं की माने तो वे कई वर्षों से पूर्ण निष्ठा और समर्पण के साथ अपनी सेवा देते आ रहे हैं. उनकी संख्या नियमित और संविदा प्रशिक्षण अधिकारियों से भी अधिक है. ऐसे कई मेहमान प्रवक्ता हैं जिन्होने आईटीआई में सेवा देते हुए अपनी पूरी उम्र केवल इसी आस में गुजार दी कि विभाग और प्रशासन कभी न कभी उन्हें नियमित करेगा लेकिन आशा की कोई किरण नहीं दिख रही. दरसल तकनीकी शिक्षा विभाग और कौशल विकास मंत्रालय विभाग में कार्यरत में मेहमान प्रवक्ता इन दिनों अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर चिंता में है. गौरतलब है कि प्रदेश की सभी शासकीय आईटीआई में अतिथि प्रवक्ता की नियुक्ति 11 महीने के लिए की जाती है और तय समय के बाद उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाती ऐसे में उन्हें आर्थिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता. इसी समस्या के चलते शनिवार को मध्यप्रदेश आईटीआई मेहमान प्रवक्ता समाज कल्याण समिति के बैनर तले शासकीय आईटीआई में कार्यरत मेहमान प्रवक्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और संविदा नियुक्ति प्रदान कर स्थाई कर्मचारी बनाए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में एसडीम ममता खेड़े को ज्ञापन सौंपा है. मामले में समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि जैसे आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य विभाग और रोजगार सहायकों की मांगों को सरकार ने पूरा किया है वैसे ही उनके नियमितीकरण की मांग पर सरकार ध्यान दे. साथ ही 11 महीने के समय काल को समाप्त कर 62 वर्ष सेवा काल और नियमित कर्मचारी की तरफ सुविधा दी जाएं। इस दौरान जिला अध्यक्ष सौरभ जटिया उपाध्यक्ष लोकेश दीवान सचिव दयाराम राठौर बजे राम तावड़ उपसचिव शाहरुख अंसारी मुख्य सलाहकार सुनील कुमार धाकड़ कोषाध्यक्ष गोपाल कृष्ण नागदा मीडिया प्रभारी राजू माली प्रिया सोलंकी नंदकिशोर प्रजापति सहित अन्य मौजूद रहे।