नीमच। मणिपुर की घटना के विरोध में जय आदिवासी युवा शक्ति जयस व आदिवासी संगठनों द्वारा सोमवार को शहर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान जयस संगठन के कार्यकर्ता ओर पदाधिकारी सड़कों पर उतरे ओर स्थानीय मेस्सी फर्गुसन अम्बेडकर सर्कल से रैली निकाली गई यह रैली फवारा चौक पहुंची जहां जयस के कार्यकर्ताओं व आदिवासी संगठनों द्वारा सड़क पर करीब एक घंटा धरना प्रदर्शन किया गया इसके बाद महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि तहसीलदार यशपाल मुजाल्दे व नायब तहसीलदार पिंकी साठे को एक ज्ञापन प्रेषित किया है जिसमें बताया गया कि भारत के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित मणिपुर राज्य में दो की आदिवासी महिलाओं के साथ बर्बरता दरिंदगी के वीडियो वायरल हो रहे हैं एवं कुकी आदिवासी युवा डेविड का सिर काटकर बाढ़ पर लटकाने की घटनाओं को देखते हुए मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करने तथा नफरत की वैचारिक राजनीति धार्मिक जहर रोकने एवं दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाना उचित है। मणिपुर की घटना महिला विरोधी बर्बर कर्मा से देश का ध्यान भटकाने के लिए कभी मुस्लिम लिंक जोड़ रहे हैं और कभी बांग्लादेश म्यांमार चीन लिंक जोड़ रहे हैं नग्न महिला परेड का गिरफ्तार मुख्य अपराधी भैरव दास r.s.s. से संबंध ट्विटर पर वायरल हो रहा है इससे साफ जाहिर होता है कि नफरत की खेती का बीज r.s.s. की फैक्ट्री से निकला है नग्न परेड में शामिल 26 वर्षीय पिता 19 वर्षीय पुत्र 21 वर्षीय बेटी 42 वर्षीय महिला का 52 वर्षीय महिला में से जो भी मारे जा चुके हैं उन्हें शहीद माना जाए और जो भी जिंदा है उन्हें महिला स्वतंत्र सेनानी माना जाए क्योंकि उन्होंने महिलाओं की आजादी का संघर्ष झेला है ज्ञापन में मांग की गई है कि मणिपुर के प्रधानमंत्री और सीएम इस्तीफा दे मृतकों को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए मृतकों को शहीद का दर्जा दिया जाए और जल्द से जल्द मणिपुर हिंसा को समाप्त कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए साथ ही चेतावनी दी गई है कि आगामी 31 तारीख को भारत बंद कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।