नीमच। साक्षरता संविदा प्रेरकों की सेवा बहाली की मांग को लेकर साक्षरता संविदा प्रेरक मोर्चा द्वारा शुक्रवार को 6 सूत्री मांगों को लेकर कलेक्टर प्रतिनिधि नायब तहसीलदार कविता कड़ेल को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया गया राज्य सरकार के अधीनस्थ संचालित साक्षर भारत मिशन वर्ष 2012-13 से वर्ष 2018 के अंतर्गत कार्यरत संविदा प्रेरकों को बिना किसी पूर्व सूचना पत्र के पद से पृथक 31 मार्च 2018 में कर दिया गया है उक्त विषय अंतर्गत लगातार ज्ञापन राज्य शिक्षा केंद्र एवं मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत किए गए परंतु अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई है नियुक्ति कुल संविदा प्रेरकों की संख्या 23 हजार 930 थी उक्त संख्या में 50% पद अनुसूचित जाति जनजाति अल्पसंख्यक के लिए आरक्षित है 31 मार्च 2018 में 23 हजार 930 संविदा प्रेरकों को पद से पृथक कर दिया गया और तब से लेकर आज तक पृथक चल रहे संविदा प्रेरक रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं 31 मार्च 2018 से पद में पृथक किए गए संविदा प्रेरकों की ना तो सेवाएं बहाल की गई ओर नाही अनुभव प्रमाण पत्र प्रदान किए गए वर्तमान में मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अंतर्गत 1 लाख 25 हजार पद रिक्त है जहां संविदा प्रेरकों की सेवा बहाल की जा सकती है दिए गए ज्ञापन में मांग की गई है कि बेरोजगार संविदा प्रेरकों के मध्य प्रदेश राज्य शिक्षा विभाग एवं सामान्य प्रशासन द्वारा जारी किए गए 1 लाख 25 हजार रिक्त पदों पर संविदा प्रेरकों की सेवा बहाली की जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान साक्षरता संविदा प्रेरक मोर्चा के विनोद रावत कमलेश कारपेंटर रूपलाल दायमा प्रीति तिवारी तुलसीराम मेघवाल जसोदा मेघवाल प्रवीण मंसूरी ममता कुँवर संपत रेगर रेखा जोशी सरस्वती छिपा नीतू छिपा सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।