नीमच। जिले की जीरन तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम कुचड़ोद की शासकीय भूमि सर्वे न 1069 रकबा 4 हेक्टेयर भूमि पर क्रेशर मशीन माइंस लगाने के विरोध में मंगलवार को ग्रामीण सरपंच के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहा उन्होंने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन नायब तहसीलदार कविता कड़ेल को सौंपा।जीसमें बताया गया कि ग्रामीणों को जानकारी मिली है कि ग्राम कुचड़ोद की शासकीय भूमि पर भूमिपाल जाट पिता फूलचंद जाट निवासी ग्राम हरवार द्वारा मध्य प्रदेश खनिज नियम 1996 नियम 18 के तहत उत्खनन पट्टा प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किया है शासकीय भूमि जिस पर चराई व गोचर की भूमि है जिस पर ग्रामीण अपने पशु चराते हैं तथा तलाब पर गांव के पशु पानी पीते हैं और उक्त भूमि के पास लगभग 500 किसानों की सिंचित भूमि है यदि उक्त शासकीय भूमि पर खनन एवं क्रेशर मशीन स्थापित करने हेतु अनुमति प्रदान की जाती है तो ग्रामीणों की फसल को काफी नुकसान होगा गिट्टी क्रेशर मशीन स्थापित होने से यहां से उड़ने वाली धूल वह पत्थर से आसपास के किसानों को उनके घरों को भी काफी नुकसान होगा यहां की उपजाऊ भूमि भी प्रभावित होगी। ज्ञापन में बताया गया कि गांव से 1 किलोमीटर दूर पूर्व से ही एक क्रेशर मशीन लगी हुई है ऐसे मैं दूसरी क्रेशर मशीन स्थापित होना काफी नुकसानदायक रहेगा। क्रेशर मशीन लगने के बाद खदानों में होने वाले विस्पोट से ग्रामीणों के कुवे व ट्यूबेल पर भी असर पड़ेगा ओर जानमाल का भी खतरा बनेगा। ग्रामीणों ने ज्ञापन मांग की है कि उक्त भूमि पर किसी भी प्रकार की क्रेशर मशीन लगने की अनुमति न दी जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान गांव के बापू लाल कालू लाल घनश्याम दास श्यामलाल गोपाल दास हीरालाल गुर्जर सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।