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जनपद पंचायत नीमच में सदस्यों के बीच भेदभाव करने एवं समान रूप से राशि वितरण नहीं करने के मामले में जनपद सदस्यों ने सोपा ज्ञापन

नीमच। जनपद पंचायत नीमच में सदस्यों के बीच भेदभाव करने एवं समान रूप से राशि वितरण नहीं करने के आरोपो के साथ मंगलवार को जनपद सदस्य कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सोप है जिसमें बताया कि जनपद पंचायत नीमच में ग्रामीण विकास को लेकर जनपद सदस्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा। और ग्रामीण विकास की राशि जनपद पंचायत के वार्डों में समान रूप से वितरित नहीं की जा रही। साथ ही बताया कि जनपद पंचायत नीमच में अधिकांश महिला सदस्य है। जनपद पंचायत की किसी भी बैठक में पालन प्रतिवेदन की प्रति जनपद सदस्यों को अवलोकन के लिए नहीं दी जाती है। जबकि हर बार जनपद पंचायत की बैठक अथवा साधारण सम्मेलन मे पालन प्रतिवेदन की प्रति मांगी जा रही। जनपद पंचायत द्वारा वर्ष 2020-21 मे स्वीकृत कार्यों को छोड़कर अन्य कार्यों के लिए राशि आवंटित कर दी गई। इस तरह की बैठक में निर्वाचित सदस्यों द्वारा प्रस्ताव ठहराव, एवं प्रस्ताव के बजाय अन्य कार्यों की स्वीकृति दी गई। और बताया कि जनपद पंचायत द्वारा 68 में से केवल 14 पंचायत को ही 15 वित्त आयोग की राशि दी गई। पिछले 1 वर्ष में शेष पंचायत में कोई विकास के लिए राशि नहीं दी गई। और ग्राम पंचायतों के विकास के लिए बनाई जाने वाली बी.पी.डी.पी.मे पी जनपद सदस्यों को शामिल नहीं किया जा रहा। यह शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं श्रमिक योजना, संबल योजना, कन्या विवाह, लाडली बहना योजना, विकलांग सहायता योजना आदि के बारे में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा और कर्मचारियों से जानकारी मांगी जाती है तो टालम टोल किया जाता है और भेदभाव का रवैया अपनाया जाता है। दिए गए ज्ञापन में मांग की गई है कि ग्राम पंचायत में जनपद पंचायत से सभी वार्डों में समान रूप से राशि वितरण की जाए एवं विकास के लिए सभी पंचायत में कार्य योजना बनाने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया जाए और जनपद सदस्यों के साथ समान रूप से व्यवहार किया जाए इस दौरान गज्जाबाई प्रहलाद सिंह चौहान शरदबाई दुर्गा प्रसाद,सद्दू बाई मांगीलाल भील, कांताबाई हरीश अहीर, मोहन सिंह धनु सिंह, दिग्विजय सिंह सहित अन्य जनपद सदस्य मौजूद रहे।

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