पहली पगार के लिए तरस रहे हैं नवनियुक्त शिक्षक
सिंगोली।लगभग दो साल पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों को एक लम्बे इंतजार के बाद अक्टूबर महीने में सरकारी स्कूलों में नियुक्त पत्र प्रदान किए गए थे वे ही नवनियुक्त शिक्षक अब अपनी पहली पगार के लिए तरस रहे हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही बरतने की प्रवृत्ति के कारण नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान में जानबूझकर लेटलतीफी की जा रही है जिससे पूरी ऊर्जा व क्षमता के साथ अध्यापन कार्य करने वाले शिक्षकों का मनोबल टूटता जा रहा है।यहाँ यह उल्लेखनीय है कि पूरे जिले में यही स्थिति निर्मित हो रही है लेकिन जिम्मेदार गम्भीर नहीं दिखाई दे रहे हैं और पूरे माह ईमानदारी व निष्ठा से अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करने के बाद भी अभी तक वेतन भुगतान के मामले में किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है जिससे नवनियुक्त शिक्षकों में गहरा आक्रोश व्याप्त हो रहा है।ज्ञातव्य है कि पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को अक्टूबर माह के पहले व दूसरे सप्ताह में नियुक्ति पत्र सौंपे गए थे लेकिन लगभग दो माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पहली पगार अब तक नहीं मिल सकी है जो बहुत खेदजनक है।इस सम्बन्ध में शिक्षा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नवनियुक्त शिक्षकों के ट्रेजरी एम्प्लॉय कोड जारी नहीं होने के कारण वेतन भुगतान करने में विलम्ब हो रहा है क्योंकि शिक्षा विभाग द्वारा की जाने वाली समस्त कार्यवाही सम्पादित की जा चुकी है लेकिन जिला कोषालय से ट्रेजरी एम्प्लॉय कोड प्रदान नहीं किए गए हैं जिससे नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन देयक कोषालय में प्रस्तुत नहीं किए गए हैं।यदि दिसम्बर महीने के शेष बचे तीन कार्यदिवस में जिला कोषालय द्वारा एम्प्लॉय कोड जारी नहीं किए जाते हैं तो इन नवनियुक्त शिक्षकों का तीन महीने का वेतन बकाया हो जाएगा तथा एम्प्लॉय कोड जारी किए जाने तक पहली पगार पाने का इंतजार फिर लम्बा हो सकता है इसलिए नवनियुक्त शिक्षकों ने जिले के संवेदनशील कलेक्टर मयंक अग्रवाल से मामले में हस्तक्षेप करते हुए जिला कोषालय को आदेशित कर शीघ्र वेतन भुगतान करवाए जाने का अनुरोध किया है।