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पटवारी व सरपंच का बड़ा खेल जीवित को मृत बताकर जमीन व मकान पर किया जा रहा कब्जा, फर्जी विक्रय पत्र के आधार पर कराई रजिस्ट्री, अब पीड़ित महिला ने कलेक्टर की जनसुनवाई में लगाई न्याय की गुहार

नीमच। जिले के सिंगोली तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम डूंगरपुर में पटवारी व सरपंच द्वारा मिली भगत कर गरीब अनपढ़ महिला व उकसी माता को म्रत बताकर उसके नाम की जमीन और मकान पर फर्जी विक्रय पत्र बनाकर रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है उक्त मामले की शिकायत को लेकर मंगलवार को पीड़ित महिला नंदू बाई अन्य परिवार के सदस्यों एवं भील समाज के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंची जहां उसने एक शिकायती पत्र कलेक्टर की जनसुनवाई में प्रेषित किया जिसमें बताया गया कि कन्या बाई पति चंदा जी भील के नाम से ग्राम डूंगरपुर तहसील सिंगोली में 1/2 भाग की भूमि स्थित है चंदा जी की मृत्यु के समय कन्या बाई की एक पुत्री नंदू भाई अल्पायु की होकर 4 से 5 वर्ष की थी जिसका लाभ उठाकर स्वर्गीय हमरा जी के पुत्रों मोहनलाल और शंकर लाल के द्वारा कन्या बाई व उसकी पुत्री नंदू भाई को खेती में रोड़े अटका कर वहां से मारपीट कर भगा दिया गया और शंकर लाल के द्वारा कन्या बाई के पति चंद जी का मकान भी बेच दिया गया साथ ही शंकर लाल पिता अमराजी ने तत्कालीन ग्राम पटवारी से मिलकर कन्या बाई के स्वर्गीय पति चंद जी का गोद पुत्र बनकर चंद जी की भूमि पर अपना नाम दर्ज कर लिया और उसे आधार से चंदा जी के हिस्से की भूमि भी संयुक्त खाते में चढ़कर बेच दी गई और फर्जी रजिस्ट्री के आधार पर शंकरलाल द्वारा भूमि पर जबरन कब्जा किया जा रहा है इस कार्रवाई में वहां के पटवारी प्रकाश जैन भी उसका सहयोग कर रहे हैं यही नहीं पटवारी व सरपंच द्वारा षड्यंत्र रचकर कन्या बाई एवं उसकी पुत्री नंदू भाई को मृतक घोषित कर दिया है जबकि मौके पर वह लोग जीवित हैं ज्ञापन में मांग की गई है कि सरपंच व पटवारी एवं शंकर लाल द्वारा शासकीय रिकॉर्ड में हेरा फेरी कर जीवित को मृत बताकर उनकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करते हुए उसे बेचा जा रहा है उपरोक्त मामले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है वही इस संदर्भ में जिला आदिवासी समाज ने भी ज्ञापन में पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की है।

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