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वन विभाग में मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी तो कलेक्टर परिसर में परिवार सहित डाला डेरा, 2 दिन से भूख और सर्दी से जूझ रहे मजदूर

नीमच। जिले की मनासा तहसील अंतर्गत आने वाले फॉरेस्ट विभाग के गांव खेड़ा बालाजी टामोटी चौकी पालड़ी कोटडी के अंतर्गत मानपुर विधानसभा उमरिया जिला के मजदूरों ने कार्य किया था। जिसका चार माह का मजदूरी भुगतान विभाग द्वारा नहीं किया गया है जिसको लेकर विगत दो दिनों से मजदूर परिवार सहित मासूम बच्चों को लेकर कलेक्टर कार्यालय परिसर स्थित हनुमान मंदिर पर रुके हुए हैं और कलेक्टर दिनेश जैन से वन विभाग के अधिकारियों द्वारा भुगतान दिलाए जाने की मांग भी की जा रही है। मजदूर सुखेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि वे लोग उमरिया जिला मानपुर विधानसभा के निवासी हैं और वन विभाग मानसा के ग्राम खेड़ा बालाजी टामोटी चौकी पलड़ी कोटडी के अंतर्गत विभाग द्वारा उनसे मजदूरी का कार्य करवाया गया था जिसमें मजदूरों द्वारा 445 मीटर पत्थर खोदकर दीवाल बनाई गई एवं 710 मीटर दूर से पत्थर लाकर दीवाल का निर्माण भी किया गया स्टाफ डैम की भी खुदाई 24 मजदूरों की सहायता से कराई गई विभाग के अधिकारियों द्वारा सभी मजदूरों को खर्चे के रूप में 1 लाख 60 हजार रुपए दिए गए जबकि चार माह की मजदूरी अभी भी  नहीं दी गई है मजदूरों द्वारा विभाग से पैसा मांगने पर उन्हें तरह-तरह की धमकियां दी जा रही है जिसको लेकर नाराज सभी मजदूर परिवार सहित विगत दो दिनों से कलेक्टर कार्यालय परिसर में खुले आसमान के नीचे डेरा जमाए हुए हैं और दो दिनों से उन्होंने खाना भी नहीं खाया है इस मामले में मजदूरों ने कलेक्टर कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों से भी वन विभाग से मजदूरी के रुपए दिलाए जाने की मांग की है। इस संदर्भ में मनसा एसडीओ आर आर परमार से जब फोन पर चर्चा की गई तो उनका यह कहना था कि मजदूरों ने मनासा के वन विभाग क्षेत्र में कार्य किया है जिसकी कुछ मजदूरी पूर्व में दी जा चुकी है और कुछ मजदूरी बैंक खातों में डालने की बात की गई है परंतु मजदूर रुपए केश मांग रहे हैं और हमें बिना बताए सभी मजदूर कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए हैं इस संदर्भ में जिला कलेक्टर से भी चर्चा हुई है मजदूरों को उनकी मजदूरी के रुपए देने की प्रक्रिया चल रही है और उनके भोजन की व्यवस्था भी विभाग द्वारा की गई है। मजदूरों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी।

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