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सामुदायिक भवन के निर्माण को जेसीबी द्वारा धवस्त करने वाले दोषी पर कार्यवाही व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हटाने की मांग, ग्रामवासियो ने सोपा ज्ञापन

नीमच। जिले की सिंगोली तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम मोटियार्डा के ग्रामीण मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने दो अलग-अलग शिकायती पत्र कलेक्टर के नाम तहसीलदार प्रेम शंकर पटेल को सोपे जिसमें उन्होंने कार्रवाई की मांग करते हुए बताया कि ग्राम में आज दिनांक तक ग्राम वासियों के लिए कोई सार्वजनिक सामुदायिक भवन नहीं होने से 2014 में ग्राम वासियो के द्वारा ग्राम से लगी शासकीय भुमि सर्वे कं 371/1 रकबा 3.6210 हे0 में से स्थान चिन्हित कर ग्राम सभा द्वारा ठहराव-प्रस्ताव दिनांक 22.06.2014 को लिया गया था तथा जिस पर निर्माण करने हेतु ग्राम सभा में पुनःदिनांक 02.10.2023 को पूर्व दिशा-मोतीलाल धाकड़ की भूमि पश्चिम में-आम रास्ता, उत्तर में-सुगनाबाई की भूमि व दक्षिण में-आम रास्ता के बीच की भूमि को चिन्हित कर दिनांक 22.11.23 को निर्माण कार्य भी प्रारंभ कर दिया तथा ग्राम वासियो के द्वारा नींव भरकर चारों ओर करीब 06-06 फिट की दिवाल भी बना दी गई थी।उक्त शासकीय भुमि से उत्तर दिशा की ओर सुगनाबाई पति राधेश्याम जी धाकड़ नि०शहनातलाई की स्वामित्व की भुमि सर्वे कं 321, 322,323,324 कुल किता 04 कुल रकबा 1.021 हे0 खाता भूमि है।उक्त मता तथा पुत्र लीलाशंकर पिता राधेश्याम धाकड परिवार ने अपने रकबे से भी ज्यादा भूमि पर कब्जा कर रखा है फिर भी शासकीय भूमि को हड़पने की नियत रखते है जिससे माता पुत्र के द्वारा ग्राम में विवाद किया जा रहा है और रात्री में जेसीबी द्वारा सामुदायिक भवन के निर्माण को ध्वस्त कर दिया और ग्राम वासियों के द्वारा कहने पर सभी के साथ विवाद किया जा रहा है। जिसकी शिकायत ग्राम वासियों के द्वारा थाना सिंगोली को आवेदन देने के बाद भी कोई कार्यवाही नही की गई ओर तहसीलदार सिंगोली को लिखित में आवेदन दिया था जिस पर भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने से उक्त परिवार के होसले बुलन्द हो रहे है ओर ग्राम वासियो को निर्माण कार्य नहीं करने दिया जा रहा है निर्माण करने पर मारने-काटने की धमकियां देकर ग्राम में भय का वातावरण पैदा किया जाहै जिससे ग्राम में भय का वातावरण बना दिया गया है ग्राम वासी भयभीत हो रहे है।ज्ञापन में मांग की गई है कि उक्त व्यक्ति के विरुद्ध एवं दण्डात्मक कार्यवाही करने के साथ ही ग्राम वासियों के निर्माण में हस्ताक्षेप न करने संबंधी आदेश पारित किये जाए, साथ ही ग्राम वासियों के किये गये नुकसानी एक लाख रू० की भरपाई भी उक्त माता पुत्र से करवाई जाए। इसी के साथ ग्रामीणों ने एक और आवेदन प्रस्तुत किया है जिसमें उन्होंने गांव में स्थित आंगनबाड़ी पर पदस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हटाने की मांग की गई है दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि वहां पर दस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा आंगनबाड़ी के ताले नहीं खोले जाते है,बच्चों को परेशान किया जाता है शिकायत करने पर उक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा झूठे केस में फसाने की धमकी भी दी जा रही है ज्ञापन में मांग की गई है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हटाकर दूसरी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को यहां स्थापित किया जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान शंभू लाल ओंकार लाल उदय लाल बालकिशन करूलाल शंकर लाल कन्हैया लाल सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।

 

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