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कमल सरोवर के नजदीक शासकीय भूमि पर समाज के लोगों द्वारा किया गया कब्जा,पटवारी सहित अन्य पर लगाए मिली भगत के आरोप

नीमच। जिले के ग्राम जावी में पाटीदार समाज के दबंग लोगों द्वारा पटवारी व संबंधित विभाग के लोगों की मिलीभगत से कमल सरोवर के समीप स्थित शासकीय भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण किया गया है जिसे हटाने की मांग को लेकर ग्रामीण व पाटीदार समाज के ही अन्य लोग बड़ी संख्या में मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और उक्त शासकीय भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने की मांग की गई, ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि ग्राम जावी पटवारी हल्का नंबर 29 तहसील व जिला नीमच में शासकीय रिकॉर्ड में वर्ष 2015-16 तक शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 921/1,923,957/1 मीन -1 की रही है। उक्त समस्त भूमिया ग्राम जावी के शासकीय कमल सरोवर की पाल व शमशान से लगी हुई है भूमि शासकीय होकर उनका उपयोग समस्त ग्राम वासियों के द्वारा निरंतर किया जाता रहा है उक्त भूमियों पर पूर्व में क्रमशः कांजी हाउस एवं खाद की रोडिया व सार्वजनिक शौचालय स्थित रहा है जो की धारा 273 मध्य प्रदेश भू राजस्व संहिता के तहत निस्तार भूमिया है उक्त भूमि पर गांव के ही पाटीदार समाज के व्यक्तियों द्वारा अवैध रूप से अतिक्रमण करने की नियत से षड्यंत्र रचा गया है जिसके चलते ग्राम जावी की शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक नंबर 923 रकबा 0.721 हेक्टेयर खाद के गड्ढों की भूमि पर 7 दिसंबर 2011 को निर्माण करने के लिए साफ सफाई करवाई गई थी जिसका गांव के अन्य व्यक्तियों द्वारा विरोध किया गया था और मामले की सूचना तहसीलदार नीमच को प्रदान की गई थी बाद में सूचना पर नायब तहसीलदार दीपक अवस्थी और मौजा पटवारी दिनेश कुमार चौरसिया पहुंचे उनके द्वारा मौके पर किया जा रहा कार्य रुकवाया गया था, कार्रवाई ढीली पड़ने के साथ ही पाटीदार समाज के व्यक्तियों द्वारा मौके पर स्थित सार्वजनिक शौचालय को तुड़वा कर पक्का निर्माण करवा लिया गया और अतिक्रमण को वैध करने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति की स्थापना का षड्यंत्र रचा गया उस दौरान ग्राम वासियों के विरोध पर मौके पर विवाद की स्थिति बन गई तो सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति को ग्राम पंचायत जावी की सुपुर्दगी में दिया गया उसके बाद भी उक्त भूमि को अतिक्रमण कर्ताओ से मुक्त नहीं कराया गया। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि उक्त ग्राम जावी की भूमि पर लगभग 50 वर्षो से ग्रामीण खाद की रोड़ी डालकर शासकीय भूमि का उपयोग करते आ रहे हैं उक्त भूमि पर कब्जा धारियों के कब्जे से गांव में विवाद के चलते भूमि पर बनाए गए निर्माण की चाबी ग्राम पंचायत जावी के सुपुर्द की गई परंतु प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा ग्राम सरपंच और सचिव की मिलीभगत से पुनः चाबी प्राप्त कर ली गई है और अब उक्त भूमि के पट्टे बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है ग्रामीणों ने ज्ञापन में मांग की है कि शिकायती आवेदन पर निराकरण करते हुए शासकीय भूमि को कब्जा धारियों से मुक्त कराकर गांव के विवाद को शांत किया जाए। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कब्जा धारियों के नाम भी दर्शाए हैं

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