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मिट मार्केट विस्थापन का विरोध, नाराज मांस व्यापारियों ने सोपा ज्ञापन

नीमच। मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश के हित में एक बड़ा निर्णय लेते हुए आदेश जारी किया कि मांस मटन की सामग्री खुले में विक्रय नहीं की जाएगी साथ ही धार्मिक स्थल से 100 मीटर की दूरी पर मटन व्यवसाय नहीं हो पाएगा।जिसको लेकर नगर पालिका द्वारा शहर में स्थित मांस विक्रेताओं को नपा द्वारा बनाए गए मिट मार्केट में स्थानांतरित किया जा रहा है जिससे कई मांस व्यापारी नाराज और नाखुश है जिसको लेकर सोमवार को मांस व्यापारियों द्वारा कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि को सोपा गया,जिसमें बताया गया कि नीमच नगर पालिका प्रशासन स्वयं मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना की जा रही है।यदि मटन मार्केट को मुक्तिधाम के समीप विस्थापित किया जाएगा तो मटन मार्केट की हिंदू धर्म मुक्तिधाम स्थल से दूरी महज 25 से 30 मीटर है, साथ ही इतनी ही दूरी पर भगवान बजरंगबली, गणेश जी महाराज व शनि मंदिर स्थित है ऐसे में यह विषय न सिर्फ मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना है बल्कि सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना है यदि मटन मार्केट उक्त स्थल पर पहुंचता है तो हमेशा सांप्रदायिक विवाद होने सहित धार्मिक भावना आहत होने की संभावना बनी रहेगी, दिए गए ज्ञापन में मांस मच्छी मटन विक्रेता संघ के पदाधिकारी ने बताया कि नीमच नगर पालिका द्वारा बनाए गए,नए मटन मार्केट और स्लॉटर सेंटर की, जोकि नीमच सिटी रोड मुक्तिधाम के बिल्कुल नजदीक बनाया गया है । वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और वह स्थान जहां पर अंतिम अग्नि क्रिया होती है से महज 150 फीट की दूरी पर यह मटन मार्केट बनाया गया है,नगर पालिका की पूरी योजना है कि एक दो दिनों  में मटन व्यवसायियों को वहां पर शिफ्ट किया जाए, लेकिन यह प्रयास पूरी तरह से हिंदू धर्म की भावनाओं के साथ खिलवाड़ होगा, क्योंकि हिंदू धर्म में अंतिम क्रिया होने के बाद अस्थि एकत्रीकरण दूसरे या तीसरे दिन होता है, इतने समय तक अस्थियां खुले आसमान के नीचे रहती है और उसी के पास में मटन मार्केट की 44 से अधिक दुकानें बनाई गई है ।जब भी यह मार्केट शुरू होगा तो मटन मार्केट का मांस रूपी कचरा आसपास फेलेगा,जहां मौजूद श्वान व अन्य जानवर व पक्षी मुक्तिधाम के मंदिर व मुक्ति स्थल को अपवित्र कर देंगे, मांस का कचरा होने पर चील,गिद्ध, कव्वे सहित सभी प्रकार के पशु- पक्षी मुक्तिधाम स्थल की पवित्रता को खंडित करेंगे, साथ ही उक्त मटन मार्केट के समीप भगवान शंकर का मंदिर,समीप ही प्राइवेट बस स्टैंड पर गणपति जी भगवान का मंदिर, कुछ ही दूरी पर शनि देव मंदिर व सांवरिया सेठ का मंदिर भी है,प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से देखा जाए तो लगभग 10 से अधिक मंदिर उसी क्षेत्र में मौजूद हैं,मटन मार्केट पास में आने से धार्मिक भावना आहत होगी ।इस मटन मार्केट में बकरा, मुर्गा, मछली सभी प्रकार के 50 से अधिक मटन व्यवसाई काम करेंगे, जिसकी दुर्गंध से मुक्तिधाम में आने वाले लोगों सहित प्राइवेट बस स्टैंड क्षेत्र के रहवासी व व्यवसाई काफी परेशान होंगे ।नीमच नगर पालिका द्वारा मुक्तिधाम के समीप जहां पर मटन मार्केट के लिए स्थान बनाया गया है वह पूरा मार्केट खुले रूप में बना हुआ है जहां 50 से अधिक हिंदू व मुस्लिम मटन व्यवसाई बकरा मुर्गा व मच्छी का मटन व्यवसाय करेंगे । जो भी हिंदू व मुस्लिम धर्म के थोड़े भी जानकार हैं उन्हें ज्ञात है कि हिंदू धर्म में झटका व मुस्लिम धर्म में हलाल का मटन प्रयोग होता है जो कि पूरी तरह अलग अलग होता है और जब एक ही जगह पर दोनों तरह का मांसाहार पसंद करने वाले ग्राहक आएंगे तब विवाद की स्थिति बनना स्वाभाविक है । इस विषय को प्रशासन द्वारा लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति के हिसाब से भी देखा जाना चाहिए,ज्ञापन में मांग की गई कि मटन मार्केट विस्थापन की योजना स्थगित की जाए।

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