नीमच। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय जनसुनवाई में मूलचंद मार्ग विनोबागंज निवासी माधवलाल पिता स्व. गोपीलाल कुचबंदिया ने कलेक्टर दिनेश जैन के नाम एक शिकायती आवेदन सौंपा, जिसमें उसने बताया कि उसके मालिकाना हक के मकान नं. 83 मकान के अलावा दो दुकाने भी है। जिसमे उसके द्वारा दोनों दुकाने राजकमल पिता बालाराम काला निवासी वैभव नगर नीमच को विक्रय कर दी थी। जिसका नामांतरण उक्त क्रेता राजकमल पिता बालाराम के हक मे करने के लिए आवेदन नगर पालिका नीमच मे दिनांक 06.07.2020 को किया था। जिसका पत्र क्रमांक 560/स.वि./2020 है। जिस पर अभी तक मुझ आवेदक को 03 वर्षों से सिर्फ नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा आज कल का आश्वासन दिया जा रहा है जिसकी शिकायत सीएम हेल्पलाईन पर की गई थी।जिस पर नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा कार्यवाही कर मेरे आवेदन पर उक्त क्रेता राजकमल पिता बालाराम के नाम का नामांतरण कर दिया है।ओर सात दिवस में नामांतरण का कागज देने का आश्वासन दिया गया। परन्तु इनके द्वारा सीएम हेल्पलाईन कटवाने के बाद व इनके बताये समयनुसार मुझे नामांतरण कर कागज प्रदान नहीं किया जा रहा है।कुछ दिन पूर्व मेरे द्वारा नगर पालिका कर्मचारी महेन्द्र साहु व महावीर जैन से मुलाकात की गई तो इन दोनो ने मुझे अलग बुलाकर कहा कि नये सी.एम. ओ. साहब के पास फाईल है और 50 हजार रूपये दोगे तो हम लोग सीएमओ से साईन करवाकर आपका नामांतरण रजिस्टर में दर्ज कर नामांतरण रसीद व कागज नामांतरण आदेश दे देंगे। इस तरह इनके द्वारा मुझसे रिश्वत की मांग बार बार की जाती है। पीड़ित ने आवेदन में बताया कि मैं गरीब वर्ग का विकलांग होकर नगर पालिका के कर्मचारी कि इस मांग को पूरा नहीं कर पा रहा हूं जिसको लेकर उनके द्वारा मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है और नामांकन के लिए रिश्वत के 50 रु मांगे जा रहे हैं पीड़ित में आवेदन में मांग की है कि उक्त नपा कर्मी दोषियों पर कार्रवाई की जाए।