सिंगोली(माधवीराजे)। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) इस सत्र से 10 वीं में बड़ा बदलाव करने जा रहा है।अब सीबीएसई की तरह मप्र बोर्ड में भी 10 वीं के विद्यार्थियों को गणित की पढ़ाई दो विकल्प में करने का मौका मिलेगा।इसमें सामान्य एवं उच्च गणित होगा।अगर कोई विद्यार्थी 11वीं में गणित विषय लेना चाहता है तो वह 10 वीं में उच्च गणित चुन सकेगा वहीं जो विद्यार्थी 10 वीं के बाद गणित के बजाय कोई अन्य विषय लेना चाहता है तो उसके पास सामान्य गणित चुनने की आजादी रहेगी। 10 वीं के बाद अगली कक्षा में गणित विषय वे ही विद्यार्थी ले सकेंगे जिन्होंने उच्च गणित लेकर परीक्षा दी होगी।परीक्षा फार्म भरते समय भी इस विकल्प को भरना होगा।मप्र बोर्ड इसके लिए पाठ्यक्रम भी तैयार कर रहा है। बता दें कि हर साल 10 वीं में करीब 10 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं और इसमें करीब तीन लाख विद्यार्थियों को गणित विषय सबसे कठिन लगता है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत यह पैटर्न सीबीएसई स्कूलों में तीन साल पहले लागू हो चुका है।विद्यार्थियों को गणित कठिन लगता है इस कारण माशिमं ने गणित के दो विकल्प कर दिए इसमें यह अवसर भी मिलेगा कि अगर किसी विद्यार्थी ने सामान्य गणित चुना है और वह परीक्षा पास कर लेता है तो अपने स्तर को सुधारने के लिए पूरक परीक्षा में उच्च गणित की परीक्षा दोबारा दे सकता है।दोनों के लिए अगल-अलग पाठ्यक्रम।गणित विषय में दोनों सामान्य व उच्च गणित के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम होंगे।इसके लिए माशिमं पाठ्यक्रम तैयार करेगा और यह सीबीएसई पैटर्न पर आधारित होगा।इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह पर पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है।के डी त्रिपाठी सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार से 10 वीं में गणित में विद्यार्थियों के लिए दो विकल्प उच्च व सामान्य गणित के होंगे।विद्यार्थी परीक्षा के लिए आवेदन करते समय विकल्प का चयन करेंगे।