राशन कार्ड बनवाने के बहाने अनपढ़ से कोरे कागजों पर लगवाये अँगूठे
सिंगोली(माधवीराजे)।सिंगोली के तथाकथित भू माफिया से सम्बंधित एक और मामला सामने आया है जिसमें एक ग्रामीण विधवा महिला के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी कर आपराधिक कृत्य करते हुए अपने झाँसे में लेकर उसका नया राशन कार्ड बनवाने के बहाने अनपढ़ महिला से कोरे कागजों पर अँगूठे लगवाकर उसे भूमि की विक्रेता बताते हुए अपनी बड़ी बहू के नाम भूमि के एक विक्रय पत्र का पंजीयन करवा लिया जिसके चलते विधवा महिला को सच्चाई का पता चलने पर उक्त पीड़िता ने कोर्ट में एक शपथपत्र प्रस्तुत कर कार्यवाही की माँग करते हुए विक्रय पत्र को फर्जी घोषित कर दिया।प्राप्त जानकारी के मुताबिक न्यायालय श्रीमान व्यवहार न्यायाधीश महोदय कनिष्ठ खण्ड जावद में दिनाँक 02/02/2023 को प्रस्तुत प्रकरण क्रमांक आरसीएसए/41/2023 के तहत नजदीकी ग्राम पटियाल निवासी 78 वर्षीय बुजुर्ग महिला प्यारीबाई पति स्व.रामचन्द्र एवं पिता मूलचंद द्वारा प्रस्तुत शपथपत्र में न्यायालय को बताया कि मौजा ग्राम सिंगोली स्थित भूमि सर्वे नम्बर 428/1 पैकी रकबा 0.0210 के सम्बंध में 14 जनवरी 2022 को अजीतकुमार के पक्ष में निष्पादित विक्रय पत्र एवं इसी भूमि के पैकी रकबा 0.0220 के सम्बंध में 03 जून 2022 को सुचिता पिता नन्दकिशोर एवं पति प्रवीण जैन के पक्ष में निष्पादित विक्रय पत्र व्यर्थ एवं प्रभाव शून्य है क्योंकि बिना बंटवारे के उक्त भूमि विक्रय करने का अधिकार नहीं है इसके अतिरिक्त न्यायालयीन प्रकरण में प्रतिवादी क्रमांक 03 अशोककुमार ने कहा कि तुम्हारा राशनकार्ड गुम हो गया है और नया राशनकार्ड बनवाने के लिए तुम्हारी जमीन के खाते-खसरे की जानकारी लेना पड़ेगी इसलिए तुम इन कागजों पर अँगूठे लगा दो यह कहकर अशोककुमार ने 2-3 कोरे कागजों पर अँगूठे लगवा लिए तथा कुछ दिनों बाद मुझे अपने ग्राम पटियाल से सिंगोली बुलवाकर कहा कि राशनकार्ड बनवाने के लिए कलेक्टर कार्यालय नीमच चलना पड़ेगा और ऐसा कहते हुए मुझे अपनी बहू के साथ कार में बैठाकर कलेक्टर कार्यालय नीमच लाए जहाँ राशनकार्ड बनवाने के बहाने मुझसे कई कागजों पर अँगूठे लगवाये जिसका मुझे एक रुपया भी नहीं दिया और राशनकार्ड बनवाने की आड़ लेकर मुझसे विक्रय पत्र पर अँगूठे लगवाये जो एक दिखावटी, बनावटी और प्रतिफलहीन विक्रय पत्र का पंजीयन अशोककुमार ने अपनी पुत्रवधू सुचिता के नाम से करा लिया।न्यायालय में प्रस्तुत शपथपत्र में विधवा महिला ने यह भी बताया कि उक्त भूमि नीमच-कोटा मार्ग की पक्की सड़क से लगी होकर सिंगोली के मुख्य बाजार में स्थित है और उक्त भूमि का सर्वे नम्बर 428 व्यावसायिक भूमि होकर विगत 50 वर्षों से कभी कृषि कार्य नहीं हुआ है।इस प्रकार नया राशनकार्ड बनवाने की आड़ लेकर मेरे साथ धोखाधड़ी और जालसाजी करते हुए आपराधिक कृत्य किया है जिसके चलते तथाकथित विक्रय पत्र फर्जी होकर क्रेता बनी सुचिता को उक्त भूमि के सम्बंध में किसी भी तरह से कोई स्वत्व,हित एवं अधिकार प्राप्त नहीं होते हैं।