सिंगोली में नहीं सुधरी जलापूर्ति व्यवस्था
सिंगोली(माधवीराजे)।सिंगोली कस्बे में पिछले एक महीने से डगमगाई पेयजल आपूर्ति अधिकारियों की तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं सुधर रही है वहीं आपात स्थिति में शुरू किया गया पेयजल परिवहन भी ऊँट के मुँह में जीरा साबित हो रहा है लेकिन प्रशासन पेयजल परिवहन पर ज्यादा रकम खर्च नहीं करने पर अड़ा हुआ है जबकि नगर परिषद के जलदाय विभाग के अनुसार बगैर परिवहन किए कस्बे में पेयजल आपूर्ति सम्भव नहीं है।जलदाय विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिंगोली कस्बे में नियमित रूप से पेयजल आपूर्ति करने के लिए 24 घण्टे में 150 से ज्यादा टैंकरों की आवश्यकता है लेकिन वर्तमान में केवल 30 टैंकर पानी का ही परिवहन किया जा रहा है जो कि नाकाफी साबित हो गए।जानकारों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी अपनी जगह सही तरीके से काम कर रहे हैं लेकिन जलदाय विभाग के तन्त्र ने जो व्यवस्थाएँ पहले से निर्मित कर रखी हैं जिनमें आपूर्ति करने वाली मुख्य पाइपलाइन से सीधे वीआईपी नल कनेक्शन दे रखे हैं उनके रहते न तो प्रतिदिन के 30 टैंकर पेयजल आपूर्ति कर सकेंगे और न ही समान रूप से सबको पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।नगर परिषद के जलदाय विभाग का अमला समस्या के स्थायी समाधान के बजाए प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पेयजल परिवहन की वैकल्पिक व्यवस्था करवाने पर अड़ा हुआ है जो भी हो लेकिन सार्वजनिक हित में किसी भी समस्या का समाधान तत्काल हो जाना चाहिए और बात जब पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकता की हो तो अधिक गम्भीरता बरतने की जरूरत है।उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पेयजल संकट के मद्देनजर नए नलकूपों का खनन भी कराया गया था लेकिन यह उपाय भी कारगर सिद्ध नहीं हो सका।पेयजल को लेकर कस्बे की जनता का सब्र जवाब दे बैठे,ऐसे हालातों से बचने के लिए जल्द से जल्द पेयजल समस्या का समाधान करने की जरूरत है स्थायी हो या वैकल्पिक व्यवस्था।लोगों के घरों में बिना किसी भेदभाव के जलापूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए क्योंकि वर्तमान में उपलब्ध साधन-संसाधन का भी ईमानदारी से उपयोग किया जाता है तो भी व्यवस्था में सुधार होगा जिससे लोगों को पेयजल आपूर्ति की जा सकेगी।