नीमच। नगर पालिका क्षेत्र के साथ संपूर्ण नीमच जिले में कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है राह चलते लोगों के साथ डॉग बाइट की घटनाएं निरंतर हो रही है इन घटनाओं में मासूम बच्चे और बुजुर्ग सहित महिलाएं घटना का शिकार हो रही है कई बार शिकायत होने के बावजूद भी नगर पालिका द्वारा अब तक कुत्तों को पकड़ने और आक्रामक कुत्तों को रखने के लिए कोई स्थान नहीं बनाया गया है वही नगरपालिका द्वारा पूर्व में कुत्तों की नसबंदी के लिए टेंडर निकाला गया था और ठेका भी दिए गया था परंतु बावजूद उसके कुत्तों की नसबंदी का कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया और कुत्तों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है उक्त मामले में भी कुत्ता पीड़ित संगठन ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं कुत्ता पीड़ित संगठन के सदस्य मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे जहां उन्होंने पांच सूत्रीय मांग पत्र कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया है जिसमें उन्होंने बताया कि कुत्तों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए जल्द से जल्द नसबंदी का कार्य प्रारंभ किया जाए, कुत्तों को नियमानुसार पड़कर गांधी सागर अभ्यारण में छोड़ जाए, लापरवाही और उदासीनता बरते बिना तत्काल प्रभाव से शहर में आतंक फैला रहे कुत्तों को पकड़ कर ट्रेचिंग ग्राउंड में बनाए गए नपा के शेल्टर हाउस में रखा जाए, जिला अस्पताल के साथ ही नीमच जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर कुत्तों के काटने के उपरांत लगने वाले इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाए,पिछले लंबे समय से नगर पालिका प्रशासन पशु प्रेमियों का बहाना बनाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है जिसमें पशु प्रेमी और नगर पालिका के बीच सामंजस बिठाकर कुत्तों की समस्या का स्थाई निराकरण निकल जाए,दिए गए आवेदन में कुत्ता पीड़ित संगठन ने चेतावनी दी है कि उक्त मांगों पर सात दिवस में कोई सकारात्मक परिणाम नजर नहीं आते हैं तो कुत्ता पीढ़ीत संगठन आम जनता के सहयोग से आंदोलन को मजबूर होगा।