सिंगोली(माधवीराजे)।जिलेभर में सड़कों से लेकर खेतों तक खुले में घूमते गोवंश लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं वहीं 37.84 लाख की लागत से सिंगोली से 3 किलोमीटर दूर पटियाल पंचायत के रघुनाथपुरा में श्री नंदीश्वर गौशाला बीते तीन वर्षों से बनकर तैयार है जो शायद माननीय द्वारा उद्घाटन न किए जाने के कारण अभी वह शुरू नहीं हो सकी है जबकि पंचायत अधिकारी शुरू न किए जाने का कारण कुछ तकनीकी कमी बता रहे हैं।इस गौशाला में करीब 300 गोवंश रखने की क्षमता है अगर इस गौशाला का शुभारंभ हो जाये तो खुले में घूम रहे बेसहारा गौवंश का आश्रय स्थल बन सकता है। हालांकि इसके अलावा भी जिले में कई गौशालाएं है लेकिन इनमें से अधिकांश गोशालाओं में क्षमता के अनुसार गौवंश पूरे हैं।ऐसे में बहुत से गोवंश सिंगोली नगर परिषद क्षैत्र व आसपास के क्षैत्र में सड़कों पर बाजारो में खुले धूम रहे हैं जिनसे कई एक्सीडेंट और गंभीर दुर्घटनाएँ आमजन के साथ हो चुकी है इसको ध्यान में रखते हुए क्षैत्रवासियों की मांग पर गौवंश की इस जनसमस्या को जनप्रतिनिधियों द्वारा गंभीरता से लेकर पहल करने से शासन द्वारा 37.84 लाख रुपये से यह वृह्द गोशाला बनाई थी जहाँ पर कम से कम 300 गौवंशों को एक साथ रखा जा सकता है।यह नंदीश्वर गौशाला करीब 3 वर्ष पहले घास गौदाम,पानी के लिए कुआँ व पशुओं के पीने के पानी के खेल,खाने के लिये भूसा डालने के गलियारे,रंग रोगन आदि संसाधनों से बनकर तैयार हो चुकी है।इसके बावजूद इसका शुभारंभ नहीं हो पाया है।इसकी शुरूआत न होने के पीछे अलग-अलग वजह बताई जा रही हैं।एक ओर जहाँ अधिकारी कुछ कमियां बता रहे हैं तो वहीं गौशाला का उद्घाटन अधिकारी से कराया जाए या फिर किसी राजनेता से,यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है तो वहीं इस गौशाला के चारों तरफ की बाउन्ड्रीवाल नहीं होना भी एक सबसे प्रमुख कारण है जिसको पूरा करने की मांग क्षैत्रवासियों ने जनप्रतिनिधियों से की है ताकि बाजारों में खुले में घूमने वाले बेसहारा गौवंश को उनका आश्रय स्थल मिले व आमजन के साथ हो रही दुर्घटना की परेशानी भी कम हो।इस बाबत् सरपंच प्रतिनिधि जीतमल धाकड़ ने बताया कि गौशाला में पर्याप्त पीने का पानी,लाइट कनेक्शन,बाउन्ड्रीवाल नहीं है इनकी पूर्ति कर जल्द ही गौशाला का शुभारंभ का प्रयास किया जायेगा।पूर्व उपसरपंच विक्रमसिंह चुण्डावत ने बताया कि गौशाला का कार्य 3 वर्ष पहले पूर्ण हो चुका है केवल बाउन्ड्रीवाल करना शेष है जिसे करवाकर गौशाला का शुभारंभ कर देना चाहिए।