जावद।नीमच जिले के जावद विकासखण्ड की व्यवस्था इन दिनों पूरी तरह से अनियंत्रित होकर बे लगाम हो गई है जिसके फलस्वरूप आये दिन सरकारी महकमों से जुड़े कर्मचारियों द्वारा की जा रही मनमानी के कारण यह क्षैत्र कई विभागों के कारनामों से सुर्खियों में बना हुआ है जबकि इस क्षैत्र के विधायक मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री होने से जो दबाव और प्रभाव मशीनरी पर होना चाहिए था वह पूरी तरह से नदारद दिखाई दे रहा है और इसी वजह से क्षैत्र के निरंकुश कर्मचारी आम जनता के हितों को अपने स्वार्थ का शिकार बनाकर लोगों के हकों पर डाका डालने से भी बाज नहीं आ रहे हैं जिससे शायद ही ऐसा कोई सरकारी महकमा होगा जो अनियमितताओं और भ्रष्टाचार से अछूता रह गया हो जिसके चलते कहीं शासन की योजनाओं का लाभ लेने वाले पात्र लोगों की राशि धोखाधड़ी व जालसाजी से हड़प कर ली तो कहीं ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करने वाले छोटे कर्मचारियों को अपने ही स्वत्वों का भुगतान समय पर नहीं किया जा रहा है चाहे हर महीने मिलने वाले वेतन का मामला हो चाहे एरियर की राशि हो या अन्य मामले हो।राजस्व विभाग और पंचायत व नगर परिषद के कारनामे जहाँ चर्चा का कारण बने हुए हैं तो हमेशा ही सुर्खियों में रहने वाला शिक्षा विभाग भला कैसे इन सबसे अछूता रह जाए क्योंकि जिले से अलग हटकर अपने ही कर्मचारियों का आर्थिक शोषण करने में जावद का विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय नित नए रिकॉर्ड बना रहा है जिससे तीन तीन महीने तक कर्मचारियों के स्वत्वों का भुगतान यदि जानबूझकर या लापरवाही से रोक दिया जाए तो समझा जा सकता है कि उन पर क्या बीत रही है ? उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2021 में नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन आहरण में किया गया भेदभाव स्वतः उजागर हुआ है वहीं कई नए कर्मचारियों का पेंशन की राशि का कटौत्रा नहीं किया तो नवम्बर 2021 में मिलने वाली एरियर की राशि तीन महीने बाद भी नहीं मिल सकी वहीं अपना हक माँगने के लिए आवाज उठाने पर आर्थिक शोषण करके मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है जबकि जावद के विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय में बरती जा रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की शिकायतों के चलते नीमच के जिला शिक्षा अधिकारी सीके शर्मा ने यहाँ की व्यवस्था में सुधार करने के लिए परिवर्तन का बीड़ा उठाया एवं नीमच से लिपिक नीलेश जोशी को विकासखण्ड कार्यालय में तैनात किया लेकिन अभी भी कर्मचारियों को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं जिससे पीड़ित कर्मचारियों में गहरा आक्रोश व्याप्त हो रहा है।