नीमच।02 अक्टूबर गाँधी जयंती के अवसर पर भोपाल में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करने के दौरान शिक्षकों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों पर उचित कार्यवाही करने व शिक्षकों की जायज मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर सोमवार को मध्य प्रदेश के 52 जिलों के साथ नीमच में भी आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ ने महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि को सोपा।जिसमे बताया गया कि मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षकों के लिए 02 सितंबर 2023 को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षक महा पंचायत आयोजित कर अनेक घोषणाएं की थीं। उनकी घोषणानुसार कार्यानुभव और वरिष्ठता गुरुजियों की तर्ज विभागीय परीक्षा, वार्षिक अनुबंध, सीधी भर्ती में 50% प्रतिशत आरक्ष देकर नियमित करने की घोषणा भी की गई। किन्तु एक वर्ष बाद भी आज दिनांक तक भी वह घोषणा पूरी नहीं हुई।आदेश जारी कराने सैकड़ों बार शासन-प्रशासन से आवेदन निवेदन के बाद भी आदेश जारी नहीं होने पर 10 सितंबर 2024 को भोपाल में हजारों की संख्या सांवेधानिक रूप से अपनी बात रखने का प्रयास किया गया।जिसके बाद 11 सितंबर को पुनः मंत्रालय में शासन-प्रशासन तथा अतिथि शिक्षक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक हुई जिसमें तात्कालिक मांगों पर सहमति बनी थी। उसके बाद भी आदेश जारी नही होने पर पुनः दिनाँक 02 अक्टूबर 2024 को प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक शांतिपूर्ण तरीके से भोपाल के तुलसी नगर अंबेडकर पार्क प्रदर्शन कर रहे थे।जहाँ पुलिस प्रशास ने रात 08 बजे स्ट्रीट लाइट बंद कर बिना किसी चेतावनी के बर्बरता पूर्ण व्यहवार के साथ अतिथि शिक्षक भाई-बहिनों पर लाठीचार्ज कर जमकर पिटाई की गई। जिसमें कई शिक्षकों को गम्भीर चोटें आई है। तथा प्रदेश अध्यक्ष के.सी.पवार,प्रदेशमहासचिव कार्यकारी अध्यक्ष बी.एम. खान,प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश जोशी सहित अन्य 250 अतिथि शिक्षकों पर झूठी एफआईआर दर्ज की गई है जो अत्यंत घोर निंदनीय घटना है।दिए गए ज्ञापन में आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ ने बताया कि प्रदेश पदाधिकारीयों सहित अन्य 250 अतिथि शिक्षक/शिक्षिकाओं पर हुई झूठी एफआईआर निरस्त कराते हुए उपरोक्त मामले को संज्ञान लेकर पुलिस पर उचित कार्यवाही की जाए।मध्यप्रदेश सरकार के ऐसे असहयोगात्मक रवैया से लाखों अतिथि शिक्षक परिवार में आक्रोश गए और पुलिस द्वारा की गई शर्मनाक घटना का खुला विरोध करते हैं।यदि एक सप्ताह के अंदर मध्यप्रदेश पुलिस प्रशासन भोपाल ने प्रदेश अध्यक्ष के.सी.पवार, प्रदेश संतोष कहार, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बी. एम. खान, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश जोशी तथा अन्य 250 अति शिक्षक/शिक्षिकाओं पर की गई झूठी एफआईआर तत्काल वापस नहीं ली गई तो हम संपूर्ण मध्य प्रदेश में आमरण अनशन और जेल भरो आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। दिए गए ज्ञापन में प्रमुख माँगे कार्यानुभव और वरिष्ठता के आधार पर मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षकों का बारह माह का सेवाकाल और पद स्थायित्व 62 वर्ष की उम्र तक किया जाये।मध्यप्रदेश पुलिस प्रशासन द्वारा स्ट्रीट लाइट बंद कर बिना किसी चेतावनी के अतिथि शिक्षकों पर बर्बरता पूर्ण व्यवहार के साथ गाली गलौज करते हुए किया गया लाठीचार्ज की उचित प्रशासनिक जाच कर दोषियों पर कार्यवाही की जाये।प्रदेश अध्यक्ष के.सी. पवार, प्रदेशमहासचिव सन्तोष कहार, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बी. एम. खान, प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ ही अन्य 250 अतिथि शिक्षक/शिक्षिकाओं पर की गई झूठी एफआईआर तत्काल वापिस ली जाये।