नीमच।श्री वर्द्धमान स्थानकवासी जैन ट्रस्ट और अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति नीमच ने शुक्रवार को नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा को ज्ञापन सोपा।दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि जिस धरा पर गुरुदेव ने जन्म लिया,उसी धरा पर जैन समाजजन द्वारा दिवाकर द्वार व दिवाकर स्मारक के निर्माण के लिए नगरपालिका से सिर्फ स्वीकृति मांगी गई थी,जिसका संपूर्ण व्यय समाज द्वारा किया जाना है।14 नवंबर को दिवाकर जयंती थी और उसी दिन परिषद की बैठक में पार्षद वंदना खंडेलवाल, दारा सिंह यादव,योगेश प्रजापत, छाया जायसवाल आदि पार्षदों ने विरोध करते हुए इसे आगामी कर दिया। परंतु इसी परिषद में एक और द्वार का प्रस्ताव आया,जिसे स्वीकृति दे दी गई। समाज जनों ने कहा कि उस द्वार के लिए हमारा कत्तई विरोध नहीं है।परंतु जैन समाज के साथ यह दोहरा मापदंड अनुचित है।पूज्य गुरुदेव श्री जैन दिवाकर चौथमल महाराज साहब का नाम नीमच ही नहीं पूरे भारतवर्ष में आदर और श्रद्धा के साथ लिया जाता है। दिवाकर जी महाराज साहब के नाम से अनेक प्रकल्प देश भर में संचालित होते हैं।विधायक दिलीप सिंह परिहार स्वयं नीमच सिटी के निवासी है। भव्य दिवाकर द्वार और स्मारक बनने से शहर की सुंदरता में चार चांद लगेंगे। ज्ञापन में मांग की गई है कि 5 दिन में नगर परिषद का विशेष सम्मेलन बुलाकर इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया जाए।बतादे की कल संपन्न हुई नगर परिषद की बैठक में जैन दिवाकर द्वार और दिवाकर स्मारक की अनुमति के प्रस्ताव को आगामी बैठक में लाया जाना तय हुआ था। इस प्रस्ताव को आगामी बैठक में लाए जाने की बात के बाद समाज जनों ने नाराजगी व्यक्त की है।