नीमच।गांधी सागर अभ्यारण चीता प्रोजेक्ट में विभाग द्वारा अधिग्रहण की गई भूमि में से कुछ भूमि गोचर हेतु छोड़ने की मांग को लेकर मंगलवार को ग्राम रावली कुड़ी चेनपुरिया भुज बस्सी जूना खेमला बैसला के अन्य पशुपालक मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उनके द्वारा कलेक्टर के समक्ष एक आवेदन प्रस्तुत कर बताया कि वह ग्रामीण जन पशुपालक होकर उपरोक्त गांव के निवासी हैं विभाग द्वारा गांधी सागर अभ्यारण में चिता प्रोजेक्ट लाया गया है जिसमें चीते बसाए गए है और उपरोक्त योजना में जो भूमि वन विभाग ने अधिग्रहण की है उससे हम ग्रामीण जन किसान पशुपालक मछुआरे आदिवासी परेशान है और भयभीत है उक्त चिता प्रोजेक्ट के आने से हमारे पशुओं के लिए नियमित उपयोग में आने वाली घास चरागाह की भूमि को चिता योजना के लिए करंट वाले तार फेंसिंग दीवार के निर्माण किए गए हैं जिससे पशुओं को चराने में मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते अधिकतर पशु और मवेशी दुर्घटना के शिकार हुए हैं और पशुपालकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है दिए गए आवेदन में ग्रामीणों ने मांग की है कि उपरोक्त चिता प्रोजेक्ट में अधिग्रहण की गई भूमि में से कुछ भूमि गोचर हेतु मुक्ति की जाए जिससे कि पशुओं को उक्त भूमि पर चराया जा सके।