नीमच। जावद नगर परिषद कर्मचारी संघ अध्यक्ष प्रहलाद बंजारा ने शनिवार को बैठक कर दौरान नगर परिषद सीएमओ जगजीवन शर्मा को एक आवेदन सोपा।दिए गए आवेदन में सागर मंथन को बताया गया कि कर्मचारियों को शासन के नियम अनुसार दिनांक 1 से 5 दिनांक तक वेतन दिया जाए,ताकि वह अपने परिवार का भरण पोषण सुचारू रूप से कर सके।कर्मचारियों के जी. पी,एफ व एल.आई सी बीमा प्राइवेट बैंक की किस्त नगर परिषद द्वारा समय पर जमा कराई जाये।समस्त कर्मचारियों को यूनिफॉर्म प्रदान की जाए।सर्दी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सभी कर्मचारियों को ऊनी कपड़े स्वेटर, ट्रैकसूट व आवश्यक सामग्री प्रदान की जाए।मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा दिए गए आदेश में दिपावली के पावन पर्व पर सभी कर्मचारियों को वेतन समय पर देने का आदेश दिया था जिससे कर्मचारी सबसे बडा 5 दिवसीय त्यौहार को अपने परिवार के संग मना सके। अध्यक्ष प्रहलाद बंजारा ने बताया को हिंदू धर्म में सबसे बड़ा त्यौहार दीपावली को माना जाता है परंतु नगर परिषद द्वारा कर्मचारियों को वेतन के नाम पर मात्र पांच हजार रूपये ही दिए गये,एक गरीब परिवार मात्र पांच हजार रूपये में अपना पालन पोषण कैसे करें,वर्तमान में नगर परिषद के मन माने रवैया के कारण नगर परिषद के कर्मचारी बहुत परेशान हो रहे हैं। यहां तक की दैनिक जीवन की व्यवस्था करने में भी नगर परिषद के कर्मचारियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है किसी को बच्चों की स्कूल की फीस जमा करनी है तो किसी को लोन की किस्त जमा करनी है यहां तक की कुछ कर्मचारियों की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि उन्हें दो वक्त की रोटी के लिए भी लोगों से उधार लेकर काम चलाना पड़ रहा है इसी को देखते हुए कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पहलाद बंजारा ने अध्यक्ष सोहन माली उपाध्यक्ष सूचित सोनी की उपस्थिति में नगर परिषद सीएमओ जगजीवन शर्मा को आवेदन देते हुए मांग की है कि नगर परिषद के कर्मचारियों को वेतन समय पर दिया जाए वही दिसम्बर माह में शीत लहर ठंड को देखते हुए कर्मचारियों को गर्म कपड़े स्वेटर, ट्रैकसूट उपलब्ध कराए जाएं। सभी कर्मचारियों के एल.आई. सी बीमा नगर परिषद द्वारा ही खुलाया गया था जिसकी राशि नगर परिषद द्वारा जमा की जाती है। परंतु कई महीनों से ना तो नगर परिषद ने बीमा राशि जमा कराई है। ना ही कर्मचारी का पी. एफ फण्ड (राशि) जमा करा रही है। इस बीच किसी कर्मचारी के साथ कोई हादसा हो जाता है तो इसका जवाबदार कोन होगा?।पिछले 10 वर्षो से कार्य कर रहे कर्मचारी की वेतन ना बड़ाते हुआ नये कर्मचारी का वेतन बड़ा दिया गया, पुछने पर कहते है नये कर्मचारी को अनुभव है। नगर में विकास के बड़े बड़े दावे यहाँ खोखले साबित हो रहे है।