नीमच। आशा उषा पर्यवेक्षक एकता यूनियन के बैनर तले बुधवार को आशा उषा कार्यकर्ताएं बड़ी संख्या में कलेक्टर कार्यालय एकत्रित हुई जहां उन्होंने अपनी मांगों के निराकरण को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय बजट की प्रतियां भी जलाई और मुख्य गेट से रैली निकाल कर मुख्यमंत्री व मिशन संचालक के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर प्रतिनिधि को सौपा, आशा उषा पर्यवेक्षक एकता यूनियन द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा 2023 में आशा उषा पर्यवेक्षकों के लिए 1000 रु मानदेय वृद्धि करने की घोषणा की गई थी जिसे अब तक लागू नहीं किया गया उसे लागू किया जाए, आयुष्मान कार्ड बनाने के काम आशा एवं पर्यवेक्षकों का इस्तेमाल को तत्काल रोका जाए और काम का अतिरिक्त बोझ डालना बंद किया जाए,प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आशा एवं पर्यवेक्षकों पर दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाई जाए,जहां तीन-तीन माह का प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हुआ है वहां तत्काल भुगतान किया जाए,सभी अस्पतालों एवं चिकित्सालयों में आशाओं के लिए सुरक्षित एवं सुविधा युक्त आशा रेस्ट रूम बनाया जाए,आशा एवं पर्यवेक्षकों को गैर विभागीय कार्य के लिए बाध्य ना किया जाए,ग्वालियर में डिलीवरी करा कर लौटने के दौरान दुर्घटना में मारे गए आशा कार्यकर्ताओं के आश्रितों को बीमा राशियों का एक मुश्त भुगतान किया जाए, केंद्रीय वित्तीय बजट में आशा कार्यकर्ताओं के लिए कोई भी बजट की राशि स्वीकृत नहीं की गई है जीस और भी पुनर्विचार किया जाए।