सिंगोली।जिला मुख्यालय के अंतिम छोर पर स्थित सिंगोली तहसील के समीप समूचे क्षेत्र एवं मेवाड़ का सुप्रसिद्ध शिवधाम तिलस्वाँ महादेव का मंदिर सिंगोली राजस्थान की बॉर्डर से सटा हुआ है जहाँ दूर-दूर से दर्शनार्थियों का आवागमन होता है वहीं मध्यप्रदेश से जाने वाले भक्तों को सिंगोली-तिलस्वाँ रोड़ के मध्य में स्थित घाट से होकर गुजरना पड़ता है लेकिन वर्तमान में इस घाट की दुर्दशा इतनी बिगड़ी हुई है कि जगह-जगह घाट में सड़क टूट गयी,डामर तो दूर गिट्टी तक गायब हो गई एवं बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं जो बड़ी दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं जो कभी भी जनहानि का मुख्य कारण बन सकती है।इस मार्ग से प्रतिदिन सैंकड़ों की तादाद में छोटे-बड़े वाहनों सहित यात्री बसें भी गुजरती है जिसमें यात्रा करने वाले यात्रियों एवं आमलोगों को घाट में जर्जर हो चुकी सड़क से उड़ने वाली धूल और मिट्टी के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही सफर कर रहे यात्रियों की कई बार जान पर भी आफत बन आती है जबकि कुछ दिनों पहले ही पत्थरों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली भी पलटी खा गई थी लेकिन प्रशासन द्वारा सड़क मरम्मत की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।