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3 साल से भटक रहा है न्याय  के लिए बुजुर्ग,पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय की गुहार,मामला जमीन की फर्जी रजिस्ट्री का

नीमच। जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर ग्राम सेमली चंद्रावत निवासी राजेंद्र सिंह पिता ऊंकार सिंह चंद्रावत  जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और विपक्षी ग्रामीण परिवार जनों द्वारा जान से मारने की धमकी देने  की घटना से परेशान हो कर जिला पुलिस अधीक्षक से न्याय व सुरक्षा की मांग को लेकर एक ज्ञापन सोपा गया।  उल्लेखनीय है कि ये बुजुर्ग विगत 3 वर्षों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। कई बार जिला कलेक्टर कार्यालय को  भी पत्र द्वारा अवगत कराया गया था।पीड़ित ने  राजेंद्र सिंह चंद्रावत ने ज्ञापन में बताया कि विपक्षी श्याम सिंह पिता संग्राम सिंह चंद्रावत के पिता ने धोखाधड़ी करके योजना बध तरीके से प्रार्थी के कुएं की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली तथा ₹50हजार रु भी विपक्षी ‌ राम सिंह एवं श्याम सिंह के पिता संग्राम सिंह ने धोखे से ले लिए हैं।जिसकी जानकारी विपक्षी भंवर सिंह को भी है।  प्रार्थी राजेंद्र के द्वारा विपक्षी भंवर सिंह से अपने हिस्से की जमीन की मांग की तो विपक्षी भंवर सिंह ने कहा कि तुम्हारे हिस्से की जमीन शंभू सिंह के कर्ज में बराबर हो गई है अब कोई जमीन नहीं है। राजेंद्र सिंह के स्वामित्व की अधिपत्य की जमीन तथा मकान ग्राम सेमली चंद्रावत में स्थित हैं  जिसको प्रार्थी बेचना चाहता है परंतु विपक्षी भंवर सिंह  हिस्सेदारों को भड़का कर रोकता है और उनको गुमराह करता है जिससे प्रार्थी अपनी जमीन नहीं बेच पा रहा है तथा प्रार्थी का कर्जा हो गया है तथा प्रार्थी राजेंद्र सिंह विपक्षी  की प्रताडना से  परेशान है। विपक्षी प्राथीगण राजेंद्र सिंह को आए दिन जान से मारने की धमकी देते है।इस कारण 4 साल से सेमली चन्द्रवत गांव छोड़ रखा है। सुरजपाल सिंह और गुलशन सिंह दोनों की सरकारी नौकरी है दोनों विपक्षी बोल रहे हैं कि हम सभी मिलकर तेरी हत्या करवा देंगे तो भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है 23 मार्च 25 को राजेंद्र सिंह ने अपने हिस्से की जमीन में खंबे पत्थर के लगाए थे।लेकिन विपक्षी सुरपाल सिंह और गुलशन सिंह ने वहां एक साइड से खंबे तोड़ दिए जिसे प्रार्थी को काफी आर्थिक नुकसान भी हुआ था। पूर्व में भी विगत29 जनवरी 2025 को भी जिला पुलिस अधीक्षक को इस मामले में विस्तार से ज्ञापन के माध्यम से जानकारी प्रेषित की गई थी। राजेंद्र सिंह ने जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर मांग की है कि अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। पूरे मामले की विधिवत जांच कर उचित न्याय दिलाया जाए ताकि परिवार सुरक्षित रह सके और  राहत मिल सके।इस मामले में क्षेत्रीय हल्का पटवारी श्रीमती रेखा ने बताया कि राजस्व विभाग पटवारी कार्यालय में किसी भी प्रकार की शिकायत की कार्रवाई लंबित नहीं है। विभाग की ओर से सीमांकन भूमि बंटवारा पूर्व में किया गया है। खेत भूमि मकान का आपसी विवाद पारिवारिक सहमति से की निराकरण किया जा सकता है।

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