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मध्य प्रदेश के कोटवारों ने किया वर्दी और जूतो का बहिष्कार, कलेक्टर के समक्ष लगाई गुहार

नीमच।मध्यप्रदेश के कोटवारों ने शासन द्वारा प्रदत्त वर्दी व जूतो का बहिष्कार किया है,जिसके पीछे कारण यह है कि कोटवारों को प्रदान की जाने वाली वर्दी गुणवत्ता हीन है और जूते भी पीवीसी के है जिनकी क्वालिटी बिल्कुल हल्की है,यहां तक कि जो वर्दी दी जा रही है वह वर्दी कहि अधिक ढीली तो कही अधिक टाइट है जिसको लेकर बुधवार को आजाद कोटवार संघ के सदस्य कलेक्टर कार्यालय पहुचे और विरोध दर्ज कराते हुवे वर्दी भी कलेक्टर के समक्ष  प्रस्तुत की ओर समस्या से अवगत कराया।कोटवार सोहन लाल ने बताया कि मध्य प्रदेश के ग्राम कोटवारों को शासन द्वारा वर्दी और जूते का पैसा पहले खातों में दिया जाता था परंतु बाद में नई प्रक्रिया के तहत अब वर्दी और जूते शासन द्वारा दिए जा रहे हैं जिनकी गुणवत्ता काफी हल्की है और पहनने लायक नहीं है शासन द्वारा दी जाने वाली वर्दियों की हालत यह है कि या तो अधिक टाइट है या अधिक ढीली है ऐसे में कोटवार शासन द्वारा दी जाने वाली वर्दी का उपयोग भी नहीं कर पा रहे हैं जूते भी पीवीसी के दिए गए हैं जिनकी गुणवत्ता भी काफी हल्की है जिसको लेकर पूर्व में भी ज्ञापन दिया गया था हमारे द्वारा दिए गए ज्ञापन को संज्ञान में लेते हुए आयुक्त महोदय द्वारा जिला कलेक्टर को भी एक पत्र लिखा है जिसमें बताया गया है कि कोटवारों को प्रदान की जाने वाली वर्दी की गुणवत्ता जांच कर वितरण करने वाली कंपनियों को बेहतर और अच्छी वर्दी देने हेतु निर्देशित किया जाए।इस मामले को लेकर आज हम लोग यहां एकत्रित हुए हैं और कलेक्टर के समक्ष शासन द्वारा प्रदान की गई वर्दी प्रस्तुत की गई है और वर्दी से संबंधित समस्या का निराकरण की मांग की गई है बता दें कि इसके पूर्व भी ग्राम कोटवारों ने अपने मांगों के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा था ज्ञापन में प्रमुख रूप से सभी कोटवारों को स्थायी नियुक्ति देने, सेवा भूमि का स्वामित्व प्रदान करने, अतिक्रमण मुक्त कराने और कोटवार वर्दी के नाम पर लागू किए गए नए नियमों को निरस्त करने की मांग की गई। साथ ही, यह भी कहा गया कि वर्दी की राशि पूर्ववत कोटवारों के खातों में भेजी जाए। यदि आदेश निरस्त नहीं होता है तो घटिया वर्दी का बहिष्कार किया जाएगा।

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