नीमच। धोखाधड़ी और मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले प्रदीप राठौर प्रकरण में शनिवार को जिला सेन समाज ने पीड़ित परिवार के साथ एसपी कार्यालय पहुच कर ज्ञापन सौंपा। समाज ने ज्ञापन के माध्यम से मृतक के साथ हुई धोखाधड़ी और जबरन मकान हड़पने के षड्यंत्र की निष्पक्ष जांच की मांग की तथा दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग उठाई।प्रार्थी ऋतिक राठौर (पुत्र मृतक प्रदीप राठौर, निवासी बगीचा नं.10, नीमच) द्वारा प्रस्तुत आवेदन में उल्लेख किया गया कि उसके पिता प्रदीप राठौर ने 9 अक्टूबर 2025 को मानसिक प्रताड़ना से आहत होकर आत्महत्या कर ली। आवेदन में बताया गया कि वर्ष 2020 में आरोपी धर्मेन्द्र परिहार निवासी टीचर्स कॉलोनी, नीमच से चार लाख रुपये उधार लिये गए थे, जिस पर आरोपी ने 10 से 15 प्रतिशत मासिक ब्याज तय किया था। मृतक द्वारा ब्याज सहित दोगुनी राशि लौटाने के बावजूद आरोपी धर्मेन्द्र परिहार लगातार अधिक ब्याज और राशि की मांग करता रहा तथा घर आकर धमकाता, गालीगलौज करता और जान से मारने की धमकी देता था।ऋतिक ने बताया कि आरोपी धर्मेन्द्र ने अपने परिचित जगदीश प्रजापति के साथ मिलकर मृतक प्रदीप को मकान बेचने के लिए मजबूर किया। दिसंबर 2024 में दबावपूर्वक अनुबंध कराया गया, जिसमें केवल पाँच लाख रुपये दिए गए, शेष राशि का भुगतान नहीं किया गया। बाद में मृतक को पता चला कि दोनों आरोपियों ने षड्यंत्रपूर्वक उसके मकान को हड़पने की योजना बनाई थी। आरोपियों द्वारा निरंतर धमकियाँ दी जाती रही कि यदि रूपये नहीं दिए तो मकान पर कब्जा कर लिया जाएगा। इस मानसिक और आर्थिक दबाव के कारण प्रदीप राठौर ने आत्महत्या कर ली।सेन समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि यह मामला न केवल आर्थिक शोषण का है बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी अत्यंत गंभीर है। मृतक को योजनाबद्ध तरीके से परेशान कर आत्महत्या के लिए विवश किया गया। समाज ने ज्ञापन में मांग की है कि धर्मेन्द्र परिहार, जगदीश प्रजापति सहित अन्य संबंधित व्यक्तियों पर धोखाधड़ी, धमकी और आत्महत्या के लिए उकसाने के अपराधों में FIR दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर जिला सेन समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी, समाजजन एवं पीड़ित परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।