रतलाम।सहारा इंडिया कंपनी के प्रबंधको,डायरेक्टरों और अधिकारियो के खिलाफ़ सहारा के निवेशकर्ताओ में आक्रोश फूट रहा हैऔर अब वे किसी भी सूरत में अपना जमा धन वापस चाहते हैं । कॉपरेटिव सोसायटी बनाकर गरीब जनता से थोड़ी थोड़ी पूंजी निवेश करवाकर लाखों करोड रूपए की ठगी करने वाले कम्पनी के डायरेक्टर और मालिक आज भी सरकार की नाक के नीचे कानून के झोल का फायदा उठाकर व्हाइट हाउस में आनंद का जीवन जी रहे हैं।दूसरी तरफ सहारा का गरीब कार्यकर्ता अपने खून पसीने की कमाई के लिए दर-दरर ठोकर खा कर अपमानित होने को मजबूर है।हम उस जरूरतमंद पीड़ित निवेशकर्ता और कार्यकर्ता के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। रतलाम के कालका माता मंदिर बगीचे में 'सहारा इंडिया जमा धन वापस लौटओ संघर्ष समिति' के बैनर तले हुई बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कही । आज की बैठक में आंदोलन की आगामी रूपरेखा बनाई गई तथा यह तय हुआ कि लोकतांत्रिक तरीके से गरीबों के अधिकार की यह लड़ाई जारी रहेगी । आगामी 26 फरवरी को जावरा सहारा प्रबंधन के खिलाफ एक भव्य रैली मैं सभी से पहुंचने का आह्वान किया गया।तथा आगामी 7 मार्च सोमवार को एक रैली जिला मुख्यालय रतलाम पर निकालकर शासन और प्रशासन से सहारा प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई और जनता का भुगतान लौटाने में सहायता करने का आह्वान किया गया । आज की बैठक में मुख्य रूप से संघर्ष समिति के गिरजा शंकर दायम, नाहर सिंह टाक, संजय मोदी ,दीपेश राठौड़, मुकेश जायसवाल, वीरेंद्र पोखरना, मनोज राठौर, नितेश सोलंकी, मनीष पांचाल, स्नेहलता, जगदीश पंड्या, मुकुंद सोलंकी, विजय जाधव, राजेश धाकड़, राम गोपाल गहलोत सहित बड़ी संख्या में पीड़ित कार्यकर्ता पहुंचे थे।